Monday, April 19, 2010

Hello Friends!

Hello friends!

4 comments:

  1. Dear Sir
    I Jugal Toshniwal, younger bro of Nandkishor Toshniwal....must be recognized me...any way right now I am ship and at Russia...we have net on ship so just serching for ur blog and gt it..thxn to Google....any way I fine and just will now read ur blog...regularly...my ship sails in Europe only...any way wt's ur mail id and ru on Face book...my mail id is jugaldo@rediffmail.com...any way be in touch..

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  2. Sir, I have just read online newspaper. There is news that Soniya Gandhi denied to give information about her IT returns.I want to know your opinion on this

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  3. Sir, I have just read online newspaper. There is news that Soniya Gandhi denied to give information about her IT returns.I want to know your opinion on this and reasons she gives to denied this

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  4. to- Respected VISHWAMBHARJI pls read the news
    महाराष्ट्र के समाजसेवकों और इंसानियत की कद्र करनेवालों,
    आपको ही संभालना होगा कुपोषित और भ्रष्टाचार ग्रस्त महाराष्ट्र को…
    पनप रहा है पीढ़ी दर पीढ़ी सत्ता का पेटंट,
    दिन दुगुना रात चौगुना बढ़ रहा है महाराष्ट्र पर संकट…

    मुंबई (चंदन पवार):chandanpawar.pits@gmail.com
    महाराष्ट्र को संतों की भूमी कहा जाता है जिस भूमि पर अनेक संतों ने लोगों की मदद की और इंसानियत के पाठ पढ़ाए. जिसमें संत तुकाराम ने जब आकाल की स्थिति पैदा हुई तब इन्होंने अपने घर के अनाज के भंडार लोगों के लिए खोल दिए और जिसे जो चाहिए उसे वह दे दिया. इसका उल्टा आज हमारे महान राजनेताओं में दिख रहा है. जिसे जो हाथ लग रहा है वह बटोर रहा है. ये जो मुगल सल्तनत चल रही है बस इसका अंत करने के लिए हमें अण्णा हजारे, अभय बंग, मेधा पाटकर, प्रकाश रेड्डी, उल्का महाजन, विद्या बाल, अनिल अवचट, निखिल वागले, राजीव खाडेकर,नीला सत्यनारायण, अविनाश धर्माधिकारी, अरविंद इनामदार, नाना पाटेकर, विश्वंभर चौधरी, प्रकाश आमटे और डॉ.अनिरुद्ध धर्माधिकारी इन सब समाजसेवकों और इंसानियत की कद्र करनेवाले लोगों की जरूरत है.
    महाराष्ट्र में कॅग ने सिंचन घोटाले को उजागर कर कितने करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है यह दिखा दिया है यह सब क्या चल रहा है महाराष्ट्र में ? कोई क्यों नहीं रोक पा रहा है इस अरबों-खरबों के भ्रष्टाचार और बेबंदशाही को ? एक तरफ महाराष्ट्र की जनता पानी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कुपोषण और महंगाई में तड़प रही है और दूसरी ओर यह विधायक सिर्फ अपना और अपने परिवार वालों की मौज मजा के लिए प्रस्ताव पारित कर रही है. विदर्भ और मराठवाड़ा में पड़े सूखे अकाल ने वहां के किसानों को इतना मजबूर कर दिया कि उन्हें अपनी बहु-बेटियों को सिर्फ ३० से ४० हजार रूपयों में बेचना पड़ा ,यह महाराष्ट्र के लिए बड़े दुख और शर्म की बात है. कुछ दिन पहले चंद्रपुर जिला से पांच लड़कियां अचानक गायब हो गई थीं. जब पुलिस ने इसके बारे में तप्तीश की तो पता चला कि इन लड़कियों को मध्यप्रदेश में एक दलाल नें बेचा था मतलब जिस प्रदेश में इस तरह की भयानक स्थिति निर्माण हुई हैं, उस महाराष्ट्र के विधायक अपनी पत्नी को हवाई सफर मुफ्त में मिलने के लिए प्रस्ताव पारित कर रहे हैं यह बात बड़ी शर्मनाक है. क्यों यह लोग अपनी मौज छोड़कर लोगों की मदद नहीं कर रहे हैं ? सिर्फ दूसरे पर कीचड़ उछालने में लगे हैं और यह भी इनकी मिलीभगत है जो ये महाराष्ट्र की जनता को दिखा सके हम अपनी जिम्मेदारी कितनी अच्छी तरह निभा रहे हैं. इस तरह जनता को बेवकूफ बनानेवाले नेताओं से बचाने के लिए इन सब समाजसेवकों को अपना दायित्व निभाना पड़ेगा.
    केंद्र से लेकर राज्य तक के सभी विभागों में भ्रष्टाचार इतना फैल रहा है कि सामान्य व्यक्ति का काम बिना पैसे दिए नहीं हो रहा है. सरकारी टेंडर पाना है, राशन कार्ड निकालना है, सरकारी नौकरी पानी है या सरकारी काम किए हुए कामों का पैसा निकालना है तो पैसे दिए बिना आपका काम नहीं हो रहा है. यह जो भ्रष्टाचार की दीमक भारत देश के साथ महाराष्ट्र को लगी है इसे अगर जल्द से जल्द खत्म नहीं किया गया तो भ्रष्टाचार में देश ऐसा डूब जाएगा कि कानून व्यवस्था मजाक बनकर रह जाएगी. इस भ्रष्टाचार के आकड़ों को बढ़ाने का काम देश के कुछ राजनेताओं ने किया है. इसमें सबसे बड़ा भ्रष्टाचार २ जी स्पेक्ट्रम (ए.राजा) कोयला आवंटन (कोयला मिनिस्ट्री) और कॉमनवेल्थ से जुड़ा घोटाला (सुरेश कलमाड़ी) का है. लेकिन केंद्र सरकार इन घोटालों को लेकर गंभीर नहीं है क्योंकि यह सब घोटाले इन्हीं के राज में और इनके ही लोकप्रतिनिधियों द्वारा किया गया है परंतु आज भी यह लोकप्रतिनिधि खुले आम घूम रहे हैं और इनके अंधे भक्त (कार्यकर्ता) इनको अपने कंधों पर बिठाए इनका गुणगान गा रहे हैं. इनको मालूम ही नहीं हो रहा है कि इनके परिवार के साथ ये जनता को भी ठग रहे हैं और अपनी बैंक भर रहे हैं. ऐसा काम करनेवालों को जनता ही अपने सर पर बिठा रही है. यह आश्चर्य की बात देखने को मिल रही है. इन मंत्रियों ने अपने सात पुश्तों के लिए कमाई तो कर ली है अब वह आठवें पुश्त के लिए कमाई करने जा रहे हैं.cont.on www.pitsnews.com

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